सोमवार, 29 अगस्त 2022

पानी का बुलबुला

घमंड किस बात का?

पानी का बुलबुला
किस क्षण फूट जाए
क्या पता?

फिर भी हम
मानते हैं कहाँ!

28-08-2022

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कविता

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